यह खास इंटरव्यू डॉ. प्यारे लाल गर्ग का है, जिसमें वे प्रवासी मज़दूरों के मुद्दे पर अपनी बेबाक राय रखते हैं। उनका कहना है कि तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात से लेकर पंजाब तक प्रवासी मज़दूर उद्योग और खेती-किसानी की रीढ़ हैं, लेकिन राजनीति और नीतियों की कमी के कारण अक्सर इन्हें निशाना बनाया जाता है। बातचीत में उन्होंने प्रवासी मज़दूरों की स्थिति और राजनीति में उनकी भूमिका, पंजाब की इंडस्ट्री और खेती में उनके योगदान, सरकार की नीतियों की कमियों और राजनीतिक खेल पर विस्तार से चर्चा की। साथ ही उन्होंने अपना निजी संकल्प भी साझा किया कि समाज से मिला कर्ज़ चुकाना उनका कर्तव्य है। <br /> <br />#PyareLalGarg #MigrantWorkers #LabourRights #PunjabEconomy #IndianPolitics #MigrantCrisis #OneindiaHindi #प्रवासीमजदूर #डॉप्यारेलालगर्ग #मजदूरअधिकार #पंजाब #भारतीयराजनीति #श्रमिक #खेतीकिसानी #उद्योग #श्रमनीति #सोशलएक्टिविस्ट<br /><br />~HT.178~ED.104~GR.122~